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एक दुभाषिया के रूप में मेरी उम्मीदें
श्रीमान देवान चिराग राई, (समन्वयक) (दुभाषिया)

जब मैं छोटा था, मैने पढ़ा था की सभी लोगों के बुनियादी जरूरतें एक ही होते है यानि खाना और आश्रय। लेकिन आप उस जगह पर कैसे इन सभी आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं जहां आपको भाषा के बाधा के कारण से अप्राप्य हो? जब दो पक्षों एक आम भाषा नही बोल सकते हैं तब हम अनुवादकों ऐसे स्थितियों पर एक दूसरे के बीच संवाद स्थापित करने में मदद करते हैं।

मैं, खुद भी एक समुदायिक अनुवादक के रूप मे काम करना केवल तीन साल पहले से शुरू किया है। मैने पहले कई लोगों के लिये अनाधिकारिक व्याख्याओं किया था जिन को किसी और से बात करने मे कठिनाई हो रहा था लेकिन मैने काम शुरू करने के बाद ही सीखा कि हमें कुछ ठोस दिशा निर्देशों का पालन करना पड़ता है।

यह दिशा निर्देश महत्वपूर्ण हैं क्योकि यह ना केवल हमारे लिए एक नैतिक ढांचा तैयार करता है लेकिन यह लोगों को नए लोगों के सामने अपने कठिनाइयों के बारे मे बात करते वकत गोपनीयता विषयों , अपक्षपात आदि जैसे असुरक्षा की भावनाओं को शांत करता है।

हालांकि अनुवादकों का कार्य मूल सिद्धान्त से एक ही होता है यानी भाषा स्रोत A से B तक अनुवाद करना, समुदायिक अनुवादक के रूप मे हमारा भूमिका न्यायिक और चिकित्सा अनुवादकों से अलग होता है उस अर्थ मे कि हम समुदाय को समुदाय मे उपलब्ध अन्य सुविधाएं तक पुहंचने मे मदद करते हैं जो की भाषा में अंतर के कारण से समुदाय के विभिन्न लोगों पुहंच नही सकते।

अल्पसंख्यक जातीय समुदाय के जरूरतों अनेक हैं जैसे कि शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, घर इत्यादि लेकिन भाषा अवरोध के कारन से कुछ व्यक्त नहीं कर सकते । तो इस लिए मे आशा रखता हूँ कि जिन लोगों के आवश्यकता हैं लेकिन भाषा अवरोध के कारन से ऐक्सेस नही कर सकते हैं वह हमारे अनुवाद सेवाएं का उपयोर करेंगे और आखिरकार में हांगकांग के सभी लोगों सभी आधारिक संरचना और सार्वजनिक संसाधनों तक समान रूप से पुहंच सकते हैं।


एक दुभाषिया के रूप में कार्य करना-महत्व और संतोष
श्रीमान बिलाल-अनवर, दुभाषिया

CHEER मे दुभाषिया के रुप मे काम करते हुए मुझे 4 साल हो गए है। मै जब दुभाषिए के रुप मे लगा तो मेरा दुभाषिए के बारे मे सोचना था कि हर कोई जो द्विभाषी या अनेक भाषी हो वो दुभाषिया बन सकता है, लेकिन व्यवहारिक अनुभवो के बात मुझे समझ मे आई कि ये उससे कही अधिक है,, इसलिए मै बहुत से प्रशिक्षण मे शामिल हुआ जो मेरे एजेंशी ने प्रदान की थी और व्यवसायिक अनुभव के बाद मैने बहुत कुछ सीखा, और अब मै अपने काम से संतुष्ट हूँ कि मै इसकी आवश्यकताओं को पूरा कर पा रहा हूँ।

कभी कभी ये काम बहुत तनावपूर्ण है, विशेष रुप से यदि व्याख्या सत्र लंबे समय तक के लिए चले या मामला संवेदनशील या दुखद प्रकृति का हो। लेकिन दिन के अंत में दुभाषिया को भरपूर संतुष्टी प्रदान करता है कि उसने किसी ऐसे की मदद की है जिसे इसकी जरुरत थी और बिना व्याख्या के यह संभंव नही था या कम से कम दोनो पक्षो के लिए इतना सुविधाजनक नही था कि वे अपने लक्ष्य और उद्देश्य की प्राप्ति कर सकते। मेरे अनुभव बताते है कि हांगकांग मे अभी भी बहुत से लोग है जिनकी जिन्दगी दुभाषिएं के बिना बहुत कठिन है। . मेरे पेशेवर कैरियर मे एक मामला ऐसा भी है जो लगभग दो साल तक चला और उस समय अवधि के दौरान क्लाइन्टको विभिन्न विभागो और संगठनो पर कई बार व्याख्या की जरुरत पड़ी, यहाँ तक की कभी कभी उन्हे एक ही दिन मे एक बार से ज्यादा व्याख्या सेवा की जरुरत पड़ी और उस विशेष मामला के लिए मैने उनके लिए कई बार व्याख्या किया। इसका मतलब ये है कि क्लाइन्ट के संघर्ष के हर समय पर अपने अधिकारको पाने के लिए उन्हे अपने संघर्ष हरेक कदम पर व्याख्या की जरुरत पड़ी। इस तरह के उदाहरण और ऐसे ही कई इस बात को दर्शाते है कि व्याख्या कितनी महत्वपूर्ण हैन्याय के लिए, समानता के लिए और खुद को समाज से जुड़ा हुआ महसूस करने के लिए। वहीं दूसरी ओर ऐसी सेवा की अभाव मे विशेष समूह के समुदाय को यह महसूस करने और सोचने मे कि वे इस समाज का हिस्सा नही है और वो किसी और दुनिया से संबंध रखते है क्योकि वे समान रुप से सेवाओ को नही पा सकेंगे जिसके वे पात्र है, और यह दुभाषियो के लिए बहुत ज्यादा संतोषजनक है कि वह लोगों और समाज की भलाई के लिए वास्तव में लायक काम कर रहा है।

व्याख्या भी बहुत ही दिलचस्प काम है क्योंकि दुभाषिया अपने पेशेवर जीवन की रोजमर्रा में कुछ नया सीखता ही रहता है। एक दुभाषिया अत्यधिक विविध क्षेत्रों में व्याख्या करता है जैसे कि समाज सेवा , चिकित्सा, आवास, आप्रवासन, लीगल आदि इसलिए वास्तविकता में एक दुभाषिया को अपनी नौकरी की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए भारी मात्रा में और विविध प्रकृति के ज्ञान होना चाहिए। इसलिए यह व्यक्तिगत विकास को बढाने के लिए अच्छा होता है, क्योकि दुभाषिया अपने पेशेवर जीवन मे इसकी काम की प्रकृति की वजह से अपने रोजमर्रा की जीवन मे कुछ कु नयाँ सीखता है।

इसलिए निष्कर्ष के रुप मे मैं कह सकता हूँ कि मै दुभाषिया के रुप मे काम करके और इसके जरुरी मानक को पूरा करके, और लोगो को समान और सहज रुप से सेवाओ तक पहँुचने मे मदद करके, पेशेवरो को उनके सेवाओं को समाज की बेहतरी के लिए सहजता के साथ वितरित करने मे मदद करके, और विभिन्न प्रकार के लोगो के साथ बातचीत करके और विभिन्न प्रकार के परिस्थितियो मे काम करने के बाद, अपने व्यक्तिगत कौशलो को विकास करके संतुष्ट हूँ।